नई दिल्ली : विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका दौरे पर हैं। सोमवार रात उन्होंने वर्जीनिया के हर्नडन में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के लोगों को संबोधित किया। इस दौरान राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी और पीएम मोदी पर हमला बोला और लोकसभा चुनाव के बाद के अनुभवों को साझा किया।
राहुल गांधी ने कहा, लोकसभाा चुनावों के बाद कुछ बदल गया है। पीएम मोदी की डराने की रणनीति केवल चुनावों तक ही सीमित थी, चुनाव खत्म होते ही वह भी गायब हो गई। उन्होंने कहा, कई लोगों ने मुझसे कहा कि ‘अब डर नहीं लगता है, अब डर निकल गया’।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी ने इतना डर फैलाया। छोटे व्यवसायों पर एजेंसियों का दबाव डाला गया। सब कुछ सेकेंड में गायब हो गया, यह मेरे लिए दिलचस्प है। उन्होंने कहा, भाजपा के लोगों को यह डर फैलाने में सालों लग गए और कुछ सेकंड में सब गायब हो गया। राहुल गांधी ने आगे कहा, संसद में मैं प्रधानमंत्री को सामने से देखता हूं और मैं आपको बता सकता हूं कि 56 इंच का सीना, भगवान से सीधा संबंध, यह सब अब खत्म हो गया है, यह सब अब इतिहास है।
इस दौरान राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा को लेकर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, बीजेपी यह नहीं समझती कि यह देश सबका है और भारत एक संघ है। संविधान में स्पष्ट रूप से लिखा कि भारत जो राज्यों का संघ है, जिसमें विभिन्न इतिहास, परंपराएं, संगीत और नृत्य शामिल हैं। लेकिन बीजेपी के लोग कहते हैं कि यह संघ नहीं है, यह कुछ और ही है।
उन्होंने कहा, आरएसएस का कहना है कि कुछ राज्य दूसरे राज्यों से कमतर हैं। कुछ भाषाएं दूसरी भाषाओं से कमतर हैं, कुछ धर्म दूसरे धर्मों से कमतर हैं और कुछ समुदाय दूसरे समुदायों से कमतर हैं। उन्होंने कहा, हर राज्य का अपना इतिहास, परंपरा है। आरएसएस की विचारधारा में तमिल, मराठी, बंगाली, मणिपुरी है, ये कमतर भाषाएं हैं। इसी बात को लेकर लड़ाई है, ये लोग (आरएसएस) भारत को नहीं समझते।