बहराइच : उत्तर प्रदेश के बहराइच में इन दिनों भेड़ियों के झुंड ने दहशत फैला रखी है। जंगली जानवरों ने बीते 50 दिनों में 8 बच्चों समेत 11 लोगों को अपना शिकार बनाया है। इनसे बचने के लिए स्थानीय लोग खुद से ही लाठी-डंडा और बंदूक लेकर पहरेदारी कर रहे हैं। प्रशासन ने जानवरों को पकड़ने के लिए ‘ऑपरेशन भेड़िया’ शुरू किया है।
महसी तहसील के 100 वर्ग किलोमीटर के दायरे में आने वाले करीब 25 गांवों में भेड़िये घूम-घूमकर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। गांव में जुलाई के महीने में करीब 6 भेड़िये दाखिल हुए थे। इनमें से 4 को पकड़ लिया गया है। चौथे भेड़िये को गुरुवार को ट्रैंकुलाइज करके पकड़ा गया। ग्रामीणों का कहना है कि भेड़ियों की संख्या 12 से अधिक है। फिलहाल, ड्रोन से गांव की जांच हो रही है।
महसी तहसील के नौवन गरेठी गांव में भेड़ियों के ताजा हमले में तीन साल की बच्ची की मौत और तीन लोगों के घायल होने के बाद, उत्तराखंड से एक विशेष टीम जिसमें भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII) के विशेषज्ञ और वैज्ञानिक शामिल हैं, भेड़ियों के खतरे को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश भेजी जा रही है।
WII के वैज्ञानिक डॉ. बिलाल हबीब ने कहा कि शिकारियों की आवाजाही का अध्ययन करने में विशेषज्ञ वैज्ञानिकों की एक टीम भेजने की योजना पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा, “मैं लगातार यूपी प्रशासन के संपर्क में हूं और वहां हमलों की निगरानी कर रहा हूं।”
बहराइच में भेड़ियों के हमलों से बढ़ी घायलों की संख्या
बहराइच जिले में भेड़ियों के हमलों से घायल लोगों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है। महासी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के अधीक्षक डॉ. आशीष वर्मा ने बताया कि सभी घायलों का इलाज जारी है और दो को जिला अस्पताल में रेफर किया गया है। उनकी स्थिति स्थिर है।डॉ. वर्मा ने कहा कि सीएचसी में घायलों के इलाज के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय के निर्देश पर, एआरबी और एएसबी की पर्याप्त आपूर्ति की गई है।
सबसे पहले जुलाई में किया था भेड़िये ने शिकार
ग्रामीणों का कहना है कि औराही गांव में सबसे पहले भेड़िया पहुंचे थे। उन्होंने जुलाई में एक बच्चे को निशाना बनाया था। इसके बाद से लगातार हमले हो रहे हैं।ग्रामीणों ने अकेले और रात को घर से बाहर निकलना बंद कर दिया है। स्थानीय विधायक सुरेश्वर सिंह भी लाइसेंसी बंदूक लेकर भेड़ियों को मारने निकले हैं।आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए 5 वन प्रभाग बहराइच, कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ, श्रावस्ती, गोंडा और बाराबाँकी की टीम लगी है।