पिरान कलियर : (फरमान मलिक) हरिद्वार जिले के पिरान कलियर क्षेत्र में सट्टे का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। कभी चोरी-छिपे संचालित होने वाला यह गोरखधंधा अब खुलेआम जारी है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सट्टा माफियाओं को कानून का कोई खौफ नहीं है।

सट्टा बाजार की जड़ें गहरी
स्थानीय लोग भी शामिलसूत्रों के अनुसार, कलियर क्षेत्र में कई नामी-गिरामी स्थानीय युवा सट्टे के इस खेल में शामिल हैं। पुलिस की नजरों से बचने के लिए सट्टा माफियाओं ने बाहरी लोगों को भी अपनी टीम में शामिल कर लिया है। क्षेत्र में कई जगहों पर सट्टे के अड्डे सक्रिय हैं, जहां दिन-रात लोगों की भीड़ लगी रहती है।

सट्टे के मुख्य ठिकाने और उनकी कमाई
- रेन बसेरा (2 नंबर पर्ची) – यहाँ प्रतिदिन 30 से 40 हजार रुपये का सट्टा खेला जाता है।
- अब्दाल साह रोड मकबरा (3 नंबर पर्ची) – यहाँ प्रतिदिन 60 से 70 हजार रुपये का सट्टा लगता है।
कुल मिलाकर पूरे क्षेत्र में प्रतिदिन लगभग 3 लाख रुपये का अवैध कारोबार किया जा रहा है।
हर काउंटर पर 9 से 10 लोग मौजूद रहते हैं, जो सट्टा खिलाने और पैसा इकट्ठा करने का काम करते हैं।

सूत्रों का दावा है कि पुलिस की मिलीभगत के बिना इतने बड़े स्तर पर सट्टे का संचालन संभव नहीं है। कहा जाता है कि पुलिस केवल दिखावे के लिए हर महीने छोटे-मोटे गुर्गों पर कार्रवाई करती है, जिससे ऐसा लगे कि कानून अपना काम कर रहा है। लेकिन बड़े खाईवालों तक पुलिस कभी नहीं पहुंचती।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सट्टा माफिया युवा पीढ़ी को गुमराह कर रहे हैं। कई लोग इस धंधे में पैसा लगाने के बाद बर्बाद हो चुके हैं, लेकिन कानून के ढीले शिकंजे के कारण यह कारोबार लगातार फल-फूल रहा है।
बड़ा सवाल – कब होगी कार्रवाई?
अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन इस गोरखधंधे को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएगा, या फिर यह अवैध कारोबार यूं ही फलता-फूलता रहेगा? पुलिस और प्रशासन की निष्क्रियता से क्षेत्र में अपराध और नशे की लत बढ़ रही है।
क्या पिरान कलियर में सट्टा कारोबार पर कभी रोक लगेगी, या फिर यह बाजार यूं ही चलता रहेगा? यह तो आने वाला समय ही बताएगा।