“डाक विभाग की ओर से प्रदेश के लिए ब्रांच पोस्ट मास्टर और असिस्टेंट ब्रांच पोस्ट मास्टर के 1200 पदों पर निकाली गई थी भर्ती..
देहरादून : उत्तराखंड में डाक सेवकों की भर्ती सवालों के घेरे में आ गई है। जांच में पता चला है कि पहाड़ों के ग्रामीण इलाकों में जिन डाक सेवकों की भर्ती की गई है उन्हें हिंदी लिखनी और जोड़ घटाना तक नहीं आता। जांच में यह मामला सामने आने पर 6 अभ्यर्थियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
उत्तराखंड में डाक विभाग के जरिये ब्रांच पोस्ट मास्टर और असिस्टेंट ब्रांच पोस्ट मास्टर के 1200 पदों पर निकाली गई भर्ती में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. इस भर्ती में अधिकतर अभ्यर्थी पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों के हैं, जबकि राज्य के स्थानीय युवाओं को मेरिट लिस्ट में जगह नहीं मिली.
निदेशक डाक सेवाएं अनसूया प्रसाद चमोला ने बताया कि शुरुआती जांच में चमोली से तीन और अल्मोड़ा से तीन अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है, जिन्होंने फर्जी तरीके से नौकरी हासिल की थी। सभी अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की भी विभागीय जांच कराई जाएगी।
कुछ दिन पूर्व ही यूपी पुलिस ने मेरठ से डाक विभाग की भर्ती परीक्षा में हुए फर्जीवाड़े का खुलासा किया था। मामले में संलिप्त यूपी एसटीएफ ने गैंग के 13 सदस्यों को गिरफ्तार भी किया था।
इस गैंग के तार उत्तराखंड में चयनित होने वाले अभ्यर्थियों से भी जुड़े हो सकते हैं। फिलहाल अधिकारी पूरे मामले की विस्तृत जांच कराने की बात कह रहे हैं।